भगवान फ़्यूलानारायण के कपाट श्रद्धालुओ के लिये खुले।
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विनय उनियाल
जोशीमठ : पंच केदारों मे एक कल्पेश्वर धाम के शीर्ष पर स्थित पौराणिक फ़्यूलानारायण भगवान के कपाट श्रावण संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गए।
उच्च हिमालयी धाम फ़्यूलानारायण के कपाट पंच बद्री मे एक ध्यान बद्री मंदिर उर्गम के पुजारी पंडित प्रकाश चन्द्र डिमरी द्वारा ग्रामीणों,व देवताओं के पश्वा”अवतारी पुरूष” की मौजूदगी में पूरे विधि विधान के साथ खोले गए। अब श्रद्धालु आगामी नंदाष्टमी तक भगवान नारायण के चतुर्भुज स्वरूप के दर्शन कर सकेंगे।
हिमालयी धाम के इस मंदिर की परंपरा है कि इस वर्ष की पूजा के लिए नियुक्त पुजारी के साथ महिला पुजारी भी बारीदार होती है,जो नंदाष्टमी तक अनवरत वहां रहकर भगवान की पूजा में सहयोग करती है। इस वर्ष के पुजारी भेटा गावँ के योगम्बर सिंह चौहान व महिला पुजारी पार्वती देवी नियुक्त हुई है,जिन्हें पंचनाम चौक भरकी से बाजे गाजे के साथ हिमालयी धाम के लिए विदा किया गया।
यहाँ भगवान को दूध,सत्तू व मखन्न का ही भोग अर्पित किया जाता है।
कपाटोद्घाटन के अवसर पर1 प्रधान संगठन जोशीमठ के अध्यक्ष अनूप नेगी के सौजन्य व फ्रेंड्स ग्रुप के सहयोग से भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया था। फ्रेंड्स ग्रुप 40 किलो फूलों से मंदिर को भब्य रूप से सजाया गया था। दिल्ली की स्टेव संस्था व सामाजिक संगठन जनदेश द्वारा प्रतिवर्ष सहयोग किया जाता है।
कपाट खुलने के अवसर पर पंचनाम देवता के पुजारी अब्बल सिंह पंवार,मंगल सिंह,भरकी की प्रधानमंजू देवी,भेटा के पूर्व प्रधान लक्ष्मण सिंह नेगी, मेला कमेटी अध्यक्ष हर्ष बर्धन फर्स्वाण, प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी, फ्रेंड्स ग्रुप के युवराज सिंह, पान सिंह, मुकेश कंडवाल, चंद्रमोहन, बलवंत सिंह, प्रेम सिंह, जगत सिंह, आरती देवी, गोविंदी देवी सहित बड़ी संख्या मे उर्गम, देवग्राम, भरकी, भेटा, पिलखी, अरोसी, आदि गांवों के श्रद्धालु मौजूद रहे।