जरूरी है कि प्रकृति में एक संतुलन बना रहे और इसके लिए जंगल को हरा-भरा करना, जंगलों को आग से बचना है – मातवर सिंह रावत
1 min readदेहरादून : उत्तराखण्ड के लोकपर्व ‘हरेला‘ के अवसर पर आज प्रदेशभर में वृहद् स्तर पर वृक्षारोपण कर हरेला पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर देहरादून स्थित यूसीएफ भवन में उत्तराखंड राज्य सहकारी संघ के अध्यक्ष मातवर सिंह रावत की अध्यक्षता में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न प्रकार के औषधीय छायादार फलदार पौधे लगाये गये। यूसीएफ सदन के प्रांगण में अध्यक्ष मातवर सिंह रावत एवं एमडी राज्य सहकारी संघ रविन्दरी मंद्रवाल द्वारा वृक्षारोपण किया गया।
आयोजित कार्यक्रम में अध्यक्ष मातवर सिंह रावत ने कहा कि पृथ्वी पर धीरे-धीरे जंगल कम होते जा रहे हैं और जंगलों का कटान बहुत तेजी से होता जा रहा है। कहा कि भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए भावी पीड़ियों को ऑक्सीजन, पानी एवं अन्य किसी प्रकार की दिक्कते न हो, यह सोचकर आज वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जाना अति आवश्यक है। कहा कि हमारे पूर्वजों द्वारा बरगद, पीपल, फलदार एवं तमाम तरह की प्रजाति के पौधे लगाये गये, किन्तु आज उनमें से कई प्रजाजियां विलुप्त हो गई। कहा कि बहुत जरूरी है कि प्रकृति में एक संतुलन बना रहे और इसके लिए जंगल को हरा-भरा करना, जंगलों को आग से बचना है।
एमडी यू सी एफ रविन्दरी मंद्रवाल ने कहा हरेला पर्व उत्तराखंड का लोक पर्व है यह पूरे प्रदेश भर में आज धूमधाम से मनाया जा रहा है बड़ी संख्या में आज प्रदेश भर में वृक्षारोपण किया जा रहा है।
इस अवसर पर राज्य सहकारी संघ के सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।