जान जोखिम में डाल कर आवाजाही करने को मजबूर लोग।
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विनय उनियाल
जोशीमठ : चार धाम यात्रा तथा जोशीमठ मुख्य बाजार जाने वाला नरसिंह मंदिर बाईपास लोगो के लिये जी-का-जंजाल बना हुआ है।
बतादें कि नरसिंह मंदिर बाईपास पर 60 मीटर पेंच लोक निर्माण विभाग द्वारा छोड़ दिया गया था। जिसका आलम यह है कि उस बाईपास से गुजरने वाले वाहनों को जान जोखिम मैं डालकर सफ़र करना पड़ रहा है। कई वाहन वहाँ पर फंस रहे है। तथा धूल उड़ने से स्कूली बच्चे तथा राहगीरों को पैदल चलने मैं भारी दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है। धूल उड़ने से कई बिमारियों का खतरा बना हुआ है।
सोमवार को हेमकुंड यात्रा पर जा रहे बाइक सवार की बाइक तथा एक कार वहां पर फंस गई किसी तरह बाइक को स्थानीय लोगो द्वारा वाहन को धक्का मार कर निकला।
स्थानीय रणजीत सिंह का कहना है कि नरसिंह मंदिर बाईपास से आवजाहीं करना जान जोखिम मैं डालने के बराबर है। वन वे होने के कारण मजबूरी से इस बाईपास से आवाजाही करनी पड़ रही है। शासन प्रशासन के अधिकारी भी इस बाईपास से गुजर रहे है। लेकिन किसी भी अधिकारी का ध्यान इस बाईपास पर नही गया है।
मैं पंजाब से हेमकुंड साहिब के लिये इस बाईपास से गुजर रहा था लेकिंन खराब सड़क होने से मेरी बाइक फंस गई स्थानीय लोगो ने धक्का मारकर बाइक को निकला सरकार को थोड़ा ध्यान देना चाहिये।
प्रीत सिंह
।।गुरदासपुर पंजाब।।
“सड़क बहुत खराब है। वाहन फंस रहे है। धूल मिट्टी उड़ रही है। जिससे बीमारी का खतरा रहता है। सरकार को इस बाईपास पर ध्यान देना चाहिये जिससे आने जाने वाले लोगो को परेशानी न हो।
संजय गुप्ता
।।सफ़दरजंग नई दिल्ली।।