महात्मा योगेश्वर सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में मनाया करगिल विजय दिवस।
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मसूरी : लद्दाख़ एवं जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र( पूर्वत्त जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र) के साथ विद्यालय में करगिल विजय दिवस मनाया गया। पावर पोईंट प्रेज़ेंटेशन के माध्यम से 1999 में 60 दिन चले इस युद्ध के बारे में छात्रों को पूर्ण जानकारी दी गयी। करगिल का सामरिक महत्व, पाकिस्तान का कुटिल कुचक्र जिसके तहत पाकिस्तान का एलओसी तोड़ने की मंशा व सियाचिन को भारत से अलग करने की चाल को समझाया। किस प्रकार पाकिस्तान ने भारत को धोखा दिया व करगिल की ऊँची चोटियों पर भारत के अंदर 160 km की घुसपैठ करी। भारत सेना का ऑपरेशन विजय, वायुसेना का ऑपरेशन सफ़ेद सागर व नौसेना का ऑपरेशन तलवार-तीनो का महत्व समझाया। सेना के सामने चुनौतियों की समीक्षा करी व 16000ft ऊँची चोटियों पर कैसे सेना ने विजय प्राप्त करी ,समझाया गया। परम वीर चक्र ,महावीर चक्र,वीर चक्र प्राप्त वीरों की गाथा बतायी गयीं। छात्रों को नौसेना से सेवा निवृत कैप्टन विवेक बहुगुणा ने अग्निवीर के बारे में जानकारी दी। छात्रों को उसकी तैय्यारी के बारे में बताया। सेना में अन्य प्रकार की भर्ती के बारे में बताया। छात्र गण में देशभक्ति की भावना भरपूर है और छात्रों व छात्राओं ने बहुत उत्साह से कार्यक्रम में भाग लिया।
