नगर पालिका बोर्ड बैठक स्थगित, सभासदों ने बैठक स्थगित करने पर हंगामा काटा।
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मसूरी : नगर पालिका परिषद की मासिक बैठक अध्यक्ष नगर पालिका अनुज गुप्ता ने कोरम के अभाव में स्थगित कर दी। बोर्ड बैठक में मात्र पांच सभासद पहुंचे थे। लेकिन बोर्ड बैठक स्थगित किए जाने के बाद बाकी आठ सभासद पालिका सभागार में पहुंचे व बैठक स्थगित किए जाने का विरोध किया।
नगर पालिका की मासिक बैठक 11 बजे होनी थी लेकिन 12 बजे तक अध्यक्ष सहित पांच सभासद पंकज खत्री, जसबीर कौर, मनीषा खरोला, आरती अग्रवाल व सुरेश थपलियाल ही आये जिस पर अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कोरम के अभाव में बैठक स्थगित कर दी। व उसके बाद पालिका से चले गये। उनके जाने के तुरंत बाद बाकी आठ सभासद बोर्ड रूम में आ धमके व बोर्ड बैठक स्थगित करने हंगामा किया व बैठक स्थगित करने का जमकर विरोध करने लगें। जिसमें सभासद गीता कुमाई, सरिता पंवार, सरिता कोहली, जसोदा शर्मा, प्रताप पंवार, दर्शन सिंह रावत, कुलदीप रौंछेला व नंदलाल थे। सभासद गीता कुमाई का कहना था कि बोर्ड बैठक मात्र पंद्रह मिनट देर में आने पर स्थगित कर दी गई जो कि गलत है कई जनहित के प्रस्ताव देने थे जिसमें कोरोना संक्रमण में स्वास्थ्य सेवाओं सहित अन्य प्रस्तावों पर चर्चा होनी थी लेकिन बोर्ड बैठक स्थगित करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि जब एजेंडा तीन दिन पूर्व दे रहे हैं उस पर तो किसी ने सवाल नही किया जबकि एक सप्ताह पहले एजेंडा मिलना चाहिए था लेकिन उसके बावजूद वह बैठक में आने को तैयार हुए क्यों कि कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव आने थे वहीं अगर बैठक न कर बोर्ड ऐसे ही चलनी है तो फिर बोर्ड का क्या लाभ है। वहीं सभासद प्रताप पंवार, दर्शन रावत व सरिता पंवार ने कहा कि बोर्ड बैठक स्थगित करने का वह विरोध करेंगे व धरना देंगे व एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी से मिलेगा व अपनी बात रखेगा। क्यो कि छह माह बाद बैठक हो रही थी जिसमें जनहित के महत्वपूर्ण कार्य सहित कोरोना संक्रमण पर चर्चा होनी थी। इस संबंध में अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने कहा कि कोरम के अभाव में बैठक स्थगित की गई है। उन्होंने मीडिया को न आने देने पर कहा कि ऐसा मेरी ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया हो सकता है ईओ ने सोशल डिस्टेंस के तहत इस संबंध में कुछ कहा हो। वहीं ईओं आशुतोष सती ने कहा कि बोर्ड मीटिंग कोरम के अभाव में स्थगित की गई वहीं मीडिया को न आने देने पर कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं था केवल सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखने के लिए कहा गया था ताकि उसका पालन किया जा सके।
