देहरादून की राजधानी में रायपुर डोभाल चौक पर हुए गोलीकांड को लेकर लोगों में रोष, आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग
1 min readदेहरादून की राजधानी में रायपुर डोभाल चौक पर हुए गोलीकांड को लेकर लोगों में रोष है। लोग आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, रिस्पना छह नंबर पर पुलिया चौक पर जाम लगा दिया गया था। रविवार रात, रायपुर का डोभाल चौक गोलीबारी से गूंज उठा। रिहायशी क्षेत्र में बदमाशों ने गिरवी रखी कार को वापस लेने गए तीन लोगों को गोली मार दी।
इसमें एक व्यक्ति गोली लगने के बाद भागा और कुछ दूरी पर नाले में जा गिरा। रातभर पुलिस और परिजनों ने तलाश की। सात घंटे बाद सोमवार सुबह छह बजे उसका शव नाले से बरामद हुआ। इससे पहले दो घायलों को रात में ही अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले दो पेशेवर बदमाश आशारोड़ी बैरियर तोड़कर शहर से भाग निकले। घटना में शामिल होने के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उधर, शव मिलने पर स्थानीय लोगों ने आरोपियों के घर पर भी हमला किया। स्थानीय विधायक की मदद से मामला शांत हो गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
डोभाल चौक के पास गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाला देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज ब्याज देता है, एसएसपी अजय सिंह ने बताया। वह ब्याज पर लोगों की चल और अचल संपत्ति को गिरवी रखता है। 15 जून को, नेहरू ग्राम निवासी दीपक बडोला ने अपनी कार को पुरानी कार का कारोबार चलाने वाले सागर यादव को बेचने के लिए दी। रविवार को दीपक बडोला को पता चला कि सागर ने कार को बेचने के बजाय सोनू भारद्वाज को साढ़े तीन लाख रुपये में गिरवी रख दिया था।
सागर यादव ने दीपक बडोला को गालियां देकर उसे भगा दिया। बडोला ने इस पर सोनू भारद्वाज से कार वापस मांगी। वहां भी बडोला को ऐसा ही व्यवहार किया गया। रविवार रात साढ़े 10 बजे सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को बडोला में सोनू भारद्वाज के घर ले गए। सोनू भारद्वाज के घर पर पहले से ही मनीष, अंकुश, योगेश, मनीष और पेशेवर बदमाश रामबीर शराब पी रहे थे। दीपक बडोला और उनके साथी गेट पर पहुंचते ही सभी ने उन पर गोली चला दी।
एक गोली दीपक बडोला के गले में लगी, और दूसरी गोली दीपक के पेट में लगी। बाकी दोनों को पेट में गोली मार दी गई थी। क्षेत्री और नेगी सोनू भारद्वाज के गेट पर ही गिर गए, जबकि दीपक बडोला घायल हालत में वहां से भाग गया। क्षेत्रीय लोग उन्हें कैलाश अस्पताल ले गए, और नेगी को पुलिस ने दून अस्पताल में भर्ती कराया। दोनों को बाद में इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उधर सुबह तक पुलिस और परिजन दीपक की तलाश करते रहे। सोमवार सुबह छह बजे बडोला का शव डोभाल चौक के पास एक 10 फीट गहरे नाले से मिला। घटना को रात में अंजाम देने के बाद रामबीर और मनीष एक कार लेकर भाग निकले। आशारोड़ी ने पुलिस का पीछा करते हुए बैरियर तोड़ते हुए पास की कार खड़ी कर जंगल की ओर भाग निकले।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया, मामले में सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज निवासी गढ़वाली कॉलोनी और सागर यादव निवासी नेहरू ग्राम को गिरफ्तार कर लिया गया है। रामबीर के खिलाफ पहले भी हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। वर्तमान में वह रायपुर में ही 2020 में हुई एक हत्या के मामले में पैरोल पर जेल से बाहर चल रहा है।