गणेश गोदियाल, पूर्व अध्यक्ष, ने प्रेस वार्ता में कहा कि दुनिया बदलती है और बदलना चाहिए।
1 min readपौड़ी सीट से कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रहे गणेश गोदियाल ने कहा कि हम कुछ कमियां जिन्हें हम पूरा करेंगे। कहा कि बीजेपी को अंदरखाने मदद करने वाले कांग्रेस के कुछ पुराने नेताओं भी हैं।
पत्रकारवार्ता में उत्तराखंड कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा चुनाव में पौड़ी सीट से प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने जनता का आभार जताया। उनका कहना था कि 400 पार की हवा न होती तो उत्तराखंड की फिजा अलग होती। हम गांवों में बहुत पीछे थे, हालांकि हम शहरी क्षेत्रों में भी प्रचार करते रहे। टीवी का प्रभाव वहां था। हमारी पहुंच सिर्फ सोशल मीडिया पर थी। दुनिया बदल रही है और बदलना चाहिए।
गणेश गोदियाल ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में मिली हार को जनता के आदेश के रूप में स्वीकार किया। उन्हें गढ़वाल लोकसभा के प्रत्येक मतदाता का आभार व्यक्त किया। कांग्रेस के सभी सदस्यों और कार्यकर्ताओं का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि गढ़वाल लोकसभा के मतदाताओं का आशीर्वाद मेरी जीवन में सबसे बड़ी धनराशि है। उनकी इस शक्ति को हमेशा सुरक्षित रखूंगा। संघर्ष में मैं इस बल का उपयोग करके उनके हक की लड़ाई लड़ूंगा।
कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने भी बीजेपी को अंदरखाने मदद की।
गणेश गोदियाल ने कहा कि मैं इतर राज्यों की पांचों लोकसभाओं की जनता को गढ़वाल लोकसभा में समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूँ। हम कुछ कमियों को दूर करेंगे। गढ़वाल लोकसभा में आंकड़े 2019 से अधिक हैं। उस समय, जब भाजपा ने नेताओं और विधायकों को डराकर अपनी शक्ति के बल पर अपनी पार्टी में शामिल कर लिया था, बीजेपी ने भी अंदरखाने कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं से सहयोग लिया है। इसके बावजूद, मुझे लगता है कि मैं जीता हूँ।
हमारी बेटियों के साथ हुए अन्याय का मुद्दा चुनाव में था। भाजपा को हरियाणा में पांच सीटें गवां सकती है , यह बेटियों का मुद्दा बन सकता है। हमारे स्तर पर, उत्तराखंड की बेटी अंकिता के साथ हुआ अन्याय का मुद्दा नहीं बन पाया। हम कहां चूक गए कि लोगों ने इसे नहीं देखा। महाराष्ट्र, पंजाब और हरियाणा में अग्निपथ योजना मुद्दा बन सकती है, तो उत्तराखंड में क्यों नहीं?
ये हमारे और मतदाताओं के लिए मनन का विषय है। कहा कि अंकिता भंडारी, अग्निवीर, बेरोजगारी, पेपर लीक पर हमें एक होना चाहिए था। इससे प्रतीत होता है कि हम विचारों से लपेटे हुए हैं। मैं सभी से आह्वान करता हूं कि वह इन पर गौर करें।