October 13, 2025

घराट

खबर पहाड़ से-

इन जिलों में होगा सहकारिता मेले का आयोजन, अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

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राज्य की स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने व ग्रामीण आर्थिकी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सहकारिता विभाग 3 अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक सभी 13 जनपदों में सहकारी मेलों का आयोजन करेगा। विशेष थीमों पर आधारित मेलों में किसानों, काश्तकारों, कारीगरों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों को अपने उत्पादों के प्रदर्शन एवं विक्रय का अवसर मिलेगा, साथ ही विभागीय एवं अंतर्विभागीय योजनाओं का प्रदर्शन और प्रचार-प्रसार भी किया जायेगा। मेलों के सफल आयोजन के लिये विभागीय अधिकारियों को सभी तैयारियां समयबद्ध रूप से पूर्ण करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ द्वारा वर्ष 2025 को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया गया है। इसकी थीम कोऑपरेटिव बिल्ड ए वेटर वर्ल्ड है। उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के तहत प्रदेशभर में सहकारिता को लेकर विभिन्न गतिविधियां संचालित की जा रही है। जिसके क्रम में आगामी 3 अक्टूबर से लेकर 31 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी जनपदों में विशेष थीम पर आधारित वृहद सहकारिता मेले लगाये जायेंगे। डॉ. रावत ने कहा कि इन मेलों से ग्रामीण आर्थिकी को नई दिशा मिलेगी, वहीं दूसरी ओर स्थानीय उत्पादों को व्यापक पहचान और प्रोत्साहन मिलेगा। प्रत्येक मेले के पश्चात 15 दिन में रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

प्रत्येक जनपद की अलग थीम
विभागीय मंत्री डॉ. रावत ने बताया कि प्रत्येक जनपद में आयोजित होने वाले इन मेलों की अलग-अलग थीम होगी। जिसमें अल्मोड़ा जनपद में सहकारिता से हस्त शिल्प संरक्षण थीम पर मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें जैविक उत्पाद, स्थानीय कला, ऊनी उत्पाद का प्रदर्शन किया जायेगा। साथ ही प्राकृतिक खेती पर संगोष्ठी भी होगी। इसी प्रकार पौड़ी के लिये सहकारिता से ग्रामीण सशक्तिकरण थीम निर्धारित की गई है। बागेश्वर में सहकारिता से पर्वतीय कृषि, रुद्रप्रयाग में धार्मिक पर्यटन विकास आदि थीम रहेगी।

किस जनपद में कब होंगे मेले
सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य के सभी 13 जनपदों में सहकारिता मेले लगाये जाएंगे। पर्वतीय क्षेत्रों में यह मेले पांच दिन लगेंगे, जबकि मैदानी क्षेत्रों में सात दिन तक इनका आयोजन किया जायेगा। अल्मोड़ा में 3 से 7 अक्टूबर, पौड़ी में 7 से 13 अक्टूबर, बागेश्वर में 13 से 17 अक्टूबर, रुद्रप्रयाग में 24 से 28 अक्टूबर, पिथौरागढ़ में 29 अक्टूबर से 2 नवम्बर, चमोली में 3 से 7 नवंबर, चम्पावत में 14 से 20 नवंबर, उत्तरकाशी में 15 से 19 नवंबर, नैनीताल में 25 नवंबर से 1 दिसंबर, हरिद्वार में 2 से 8 दिसंबर, ऊधमसिंह नगर में 6 से 12 दिसंबर, टिहरी में 13 से 19 दिसंबर, देहरादून में 20 से 26 दिसंबर तक मेलों का आयोजन होगा।

 

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