पूर्व दर्जाधारी मंत्री भंडारी के कांग्रेस की सदस्यता लेने से कौन होगा मजबूत, क्या होंगे समीकरण।
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उत्तरकाशी : उत्तराखंड की राजनीति में दलबदल का सिलसिला लगातार तेजी पकड़ रहा है और कांग्रेस भाजपा इस लकीर को खींचने में पिच्छे नहीं है। यमुनोत्री विधानसभा के भाजपा सरकार में पूर्व दर्जाधारी रहे जगवीर भण्डारी ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने पर संसय खतम हुआ कि चुनाव लडेंगे या नहीं। निश्चित तौर पर अब भण्डारी अपना नामांकन कांग्रेस प्रत्याशी दीपक बिजल्वाण के समर्थन में वापिस लेंगे। यहां पर जानकारों का मानना है कि यदि भण्डारी चुनाव लड़ते तो इसका भाजपा को नुकसान तो तय था लेकिन इसका सीधा असर निर्दलीय प्रत्याशी संजय डोभाल पर भी पड रहा था। रंवाई घाटी से वोटों का विभाजन होने से संजय डोभाल को भारी नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा था लेकिन अब परिस्थितियों ने करवट लेकर संजय डोभाल की राह आसान कर दी है। रंवाई घाटी में संजय डोभाल को गांव गांव से समर्थन मिल रहा है तो वहीं कांग्रेस और भाजपा से निर्दलीय प्रत्याशी ने बढत बना ली है और मौजूदा समीकरण बता रहे हैं कि डोभाल अभी अपनी मजबूत स्थिति में हैं। भण्डारी के निर्दलीय चुनाव से दोनो घाटियों के वोटर भाजपा और निर्दलीय प्रत्यासी को नुकसान होना कांग्रेस को बढत दिला रही थी। अब देखने वाली बात यह है कि भण्डारी के इस कदम से कांग्रेस कितना नुकसान और कितना फायदा होगा।
